ठाणे।। महाराष्ट्र के ठाणे में बांद्रा-देहरादून एक्सप्रेस की तीन बोगियों में आग लगने से 9 यात्रियों की मौत हो गई है।
हादसा तड़के पौने तीन बजे मुंबई से करीब 170 किलोमीटर दूर दहाणू और घोलवाड़ स्टेशन के बीच हुआ। बताया जा रहा है कि रेलवे प्रशासन की लापरवाही की वजह से ये हादसा हुआ।
वेस्टर्न रेलवे के पीआरओ के मुताबिक यात्रियों की मौत दम घुटने की वजह से हुई। ट्रेन संख्या 19019 की स्लीपर बोगी एस टू, एस थ्री और एस फोर में आग थी।
आग पर करीब दो घंटे बाद ही काबू पा लिया गया। ये ट्रेन बांद्रा टर्मिनस से रात करीब साढ़े ग्यारह बजे रवाना हुई थी और देहरादून जा रही थी। हादसे की वजह से इस रूट पर ट्रेनों की आवाजाही पर असर पड़ा है। ट्रेन की बोगियों में आग कैसे लगी, इसकी वजह अभी साफ नहीं हो पाई है।
रेल अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक एस फोर बोगी में मौजूद एक यात्री ने बताया कि आग एस थ्री कोच के पीछे वाले हिस्से में लगी थी और बाद में ये एस टू और एस फोर कोच तक फैल गई।
सर्दी होने की वजह से यात्रियों ने खिड़कियां बंद कर रखी थीं। जिसकी वजह से 6 यात्रियों की धुएं में दम घुटने से मौत हो गई। जब ट्रेन दहाणू और घोलवाड स्टेशन के बीच में थी तभी एक गेटमैन ने ट्रेन के गार्ड को आग के बारे में जानकारी दी।
मरने वालों में दो लोगों की पहचान दीपिका शाह और देवशंकर उपाध्याय के रूप में हुई है। रेलवे विभाग ने मुंबई हेल्पलाइन नंबर 022- 23011853, 23007388 जारी किया है।
चश्मदीदों की मानें तो ट्रेन हादसे में होने वाली मौत के लिए रेलवे प्रशासन की लापरवाही जिम्मेदार है। कहा जा रहा है कि देहरादून एक्सप्रेस ट्रेन में दहानु स्टेशन से पहले ही आग लगने की खबर मिल गई थी। इस खबर के मिलने के बाद ट्रेन को गोरेगांव स्टेशन पर रोक दिया गया।
लेकिन इसके बाद आग की पूरी तरह से तहकीकात करने के बजाय इसे मामूली बता दिया गया और ट्रेन को रवाना कर दिया गया। अगर शिकायत मिलते ही आग की ठीक से जांच-पड़ताल की गई होती तो इतने बड़े हादसे को टाला जा सकता था। साफ है कि रेलवे प्रशासन की समें बड़ी लापरवाही थी।
जो संकेत मिल रहे हैं उससे साफ जाहिर हो रहा है कि पश्चिमी रेलवे की लापरवही की वजह से इतना बड़ा हादसा हुआ।
गौरतलब है कि दस दिन के भीतर चलती ट्रेन में आग लगने का ये दूसरा रेल हादसा है। इससे पहले 28 दिसंबर को नांदेड़ एक्सप्रेस के एसी कोच में आग लगने से 26 लोगों की जलकर मौत हो गई थी। ये हादसा आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में पुट्टपर्थी के पास हुआ था। ये ट्रेन बेंगलुरू से महाराष्ट्र के नांदेड़ जा रही थी।