शिमला/शैल। मुख्यमन्त्री वीरभद्र सिंह के गृह जिला शिमला से एक समय मानवाधिकार और कांग्रेस पार्टी के लीगल सैल के चेयरमैन रहे वरिष्ठ वकील आईडीबाली ने आने वाले विधानसभा चुनावों में ठियोग से चुनाव लड़ने की घोषणा की है। बाली ने पार्टी का वरिष्ठ कार्यकर्ता होने का दावा करने के साथ ही आज पार्टी में परिवारवाद और एकाधिकार होने का आरोप भी लगाया है। मीडिया के सामने अपना प्रोफाईल और एजैण्डा रखते हुए बाली ने कहा कि पार्टी के अन्दर कुछ नेताओं ने एक तरह से अपना कब्जा कर रखा है। उन्होने आरोप लगाया कि आज राज्यसभा तो शरणालय बन कर रह गया है। जिन नेताओं का प्रदेश में कोई आधार नही है वह राज्यसभा पर कब्जा करके बैठै हुए हैं। इस संद्धर्भ में उनका निशाना सीधे आनन्द शर्मा और ठियोग में विद्या स्टोक्स पर था। बाली ने कहा कि उनकी वरिष्ठता को देखते हुए पार्टी को उन्हे ठियोग से उम्मीदवार बनाना चाहिए। पार्टी की वर्तमान स्थिति को कांग्रेस हाईकमान के सामने भी पूरी बेवाकी से रखने का भी उन्होने ऐलान किया। साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि वह टिक्ट के लिये कोई आवेदन नही करेंगे। कांग्रेस के अतिरिक्त किसी और दल से भी टिकट मांगने से उन्होने इन्कार किया।
बाली शिमला के एक वरिष्ठ कांग्रेस कार्यकर्ता हैं और वीरभद्र के विश्वस्त भी माने जाते हैं क्योंकि उन्ही के कार्यकाल में वह मानवाधिकार आयोग के सदस्य भी रह चुके हैं। इस समय प्रदेश कांग्रेस पार्टी में पार्टी अध्यक्ष सुक्खु और मुख्यमन्त्री वीरभद्र सिंह में राजनीतिक रिश्ते कोई बहुत अच्छे नहीं हैं। बल्कि पिछले दिनों हुई सीएलपी की बैठक में भी सुक्खु निशाने पर रहे हैं। सुक्खु को विद्या स्टोक्स और आनन्द शर्मा का सहयोग भी प्राप्त है यह भी सब जानते है। संगठन की कार्य प्रणाली से वीरभद्र के कुछ समर्थक रूष्ठ हैं और उन्होने अपना अलग से एक एनजीओ भी गठित कर रखा है। बल्कि इस एनजीओ के अध्यक्ष ने कुल्लु में सुक्खु के खिलाफ मानहानि का दावा भी कर रखा है। ऐसे में आज आई डी बाली जैसे वरिष्ठ कार्यकर्ता द्वारा विद्यास्टोक्स और आनन्द शर्मा के खिलाफ सीधे नाम लेकर हमला करने को हल्के से नही लिया जा सकता। पार्टी ने अभी तक अगले चुनावों को लेकर किसी के भी नाम की कोई घोषणा नही की है ऐसे बाली द्वारा चुनाव लड़ने की सीधी घोषणा पर पार्टी की प्रतिक्रिया और कारवाई क्या होती है इसका पता आने वाले दिनों में लगेगा। वीरभद्र के खिलाफ चल रहे मामलों पर बाली ने कोई पूरी जानकारी न होने के कारण प्रतिक्रिया देने से इन्कार कर दिया।