शिमला/शैल। प्रदेश का मुख्य सूचना आयुक्त कौन होगा यह सवाल एक बार फिर चर्चा में आ गया है इस बार चर्चा के कारण है कि एक तो सरकार ने इसके लिये चयन कमेटी का गठन कर दिया है। इसमें मुख्मन्त्री और नेता प्रतिपक्ष को पदेन सदस्य है। इनके साथ वरिष्ठ मन्त्राी विद्या स्टोक्स को तीसरा सदस्य नामित किया गया है। इस पद के लिये करीब डेढ़ सौ आवेदन आये हुए हैं। इन्हे कैसे शार्ट लिस्ट किया जायेगा और उसके लिये क्या मानदण्ड रहेगा यह अभी तक स्पष्ट नही किया गया है।
इस चर्चा का दूसरा कारण है कि इसके एक प्रबल दावेदार प्रदेश लोकसेवा आयेगा के वर्तमान अध्यक्ष के एस तोमर है तोमर ने इस पद के लिये आवेदन कर रखा है लेकिन संविधान के मुताबिक लोकसेवा आयोग के सदस्य या अध्यक्ष इस पद के बाद सरकार में कोई और पद स्वीकार नही कर सकते। तोमर के आवेदन पर इसी पद के एक अन्य प्रतिद्वंद्धी देवाशीष भट्टाचार्य ने महामहिम राज्यपाल को एक शिकायत भेज कर तोमर की दावेदारी पर एतराज जताते हुए उनके खिलाफ कारवाई की मांग कर रखी है। राजभवन से यह शिकायत सरकार के विधि विभाग के पास राय के लिये पहुंच चुकी है। विधि विभाग क्या राय देता है। इस पर सबकी निगाहें टिकी हैं।
इस परिदृश्य में इस पद के अन्य दावेदार सक्रिय हो गये हैं। चनय कमेटी में बहुमत से फैसला होना है इसलिये मुख्यमन्त्री का आर्शीवाद जिसको प्राप्त होगा वही सीआईसी बन जायेगा । अब मुख्यमन्त्री के आर्शीवाद के लिये चहतों में ही प्रतिस्पर्धा रहेगी यह स्वभाविक है। इसमें कौन बाजीमार लेता है यह देखना दिलचस्प बन गया है क्योंकि इसमें वन विभाग के एक नेगी को सबसे ऊपर माना जा रहा है।