खास बात यह है कि सुप्रीम कोर्ट ने लॉ इंटर्न मामले में बुधवार को सुनवाई को तैयार हो गया है। जाने-माने वकील हरीश साल्वे ने शिकायतकर्ता की तरफ से यह अर्जी सुप्रीम कोर्ट के सामने रखी।
लॉ इंटर्न का आरोप है कि 28 मई 2011 में वह जज के अधीन लॉ इंटर्न इंटर्नशिप कर रही थी। उस वक्त पद पर आसीन सु्प्रीम कोर्ट जज ने उसके साथ यौन प्रकृति का बर्ताव किया, हालांकि जज से डरकर वह इस मामले पर तब चुप्पी साध गई।
शिकायत में कहा गया है पूर्व जज ने अपने घर में तीन बार यौन हमला किया। इंटर्न पर दो बार शारीरिक और एक बार मौखिक यौन हमला हुआ।
हमले के बाद 29 मई 2011 को इंटर्न ने पूर्व जज के पास जाना बंद कर दिया और वह वापस कोलकाता लौट गई।
इस मामले में पिछले साल नवंबर में एक और लॉ इंटर्न द्वारा जस्टिस गांगुली पर लगाए आरोपों और उस पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा बिठाई गई जांच से प्रेरित हो कर इस लड़की ने भी अपनी शिकायत चीफ जस्टिस को भेजी, लेकिन उनके कार्यालय ने इस शिकायत पर गौर करने से इनकार कर दिया।
दलील यह दी गई कि 5 दिसबंर 2013 को इस बारे में सुप्रीम कोर्ट ने यह तय किया है कि रिटायर हो चुके जजों के खिलाफ इस तरह के आरोप सुप्रीम कोर्ट के दायरे से बाहर हैं, लेकिन अब कोर्ट अर्जी पर सुनवाई के लिए रजामंदी दे दी है।