Friday, 19 September 2025
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2019 में भाजपा की विदाई तयः आनन्द शर्मा

शिमला/शैल। पूर्व केंद्रीय विदेश मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने केंद्र की मोदी सरकार के चार सालों को निराशाजनक करार देते हुए प्रधानमंत्री को प्रचार करने के बजाय पश्चाताप करने की सलाह दी है। राजधानी में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में आनंद शर्मा ने कहा कि अर्थव्यवस्था को मजबूत करने, दो करोड़ सालाना रोजगार देने, महिलाओं व दलितों की सुरक्षा व सशक्तिकरण से लेकर विदेश नीति और कूटनीति के क्षेत्र में प्रधानमंत्री विफल रहे हैं। देश की जनता के लिए मोदी सरकार के चार साल अच्छे दिन नहीं लाए, ये तकलीफ के चार साल रहे।
शर्मा ने कहा कि मोदी सरकार में पिछले चार सालों में नोटबंदी के फैसले व जीएसटी को गलत तरीके से लागू करने की वजह से करोड़ों रोजगार टूटे है। पेट्रोलियम पदार्थों के अलावा शराब, रियल इस्टेट जैसी चार पांच महत्वपूर्ण मदों को जीएसटी से बाहर रख दिया इन्हीं से 45 फीसद कर राजस्व एकत्रित होता है। इसके अलावा जीएसटी की जो लाखों करोड़ों रुपयों की रकम रिफंड होनी थी वह बकाया बची है। सुक्ष्म, लघु व मझोले उद्योगों में से 33 फीसद बंद हो गए जिसकी वजह से चार करोड़ के करीब रोजगार टूट गए।
शर्मा ने कहा कि छह दशकों में निवेश की दर ऐतिहासिक तौर पर न्यूनतम रही है। यह 34 फीसद से 27 फसद तक पहुंच गई। यही नहीं देश की राष्ट्रीय बचत दर भी पिछले 15 सालों में न्यूनतम आंकड़े पर पहुंच गई है। बैंकों में पैसा ही नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि नए उद्योग नहीं लगे और पुराने उद्योग एक तिहाई क्षमता का दोहन कर पा रहे है। उन्होेंने इल्जाम लगाया कि बैंक कुप्रबंधन का शिकार हो गए। तीन लाख करोड़ का एनपीए था जो कि पिछले चार सालों में 11 लाख करोड़ रुपए हो गया। इस में से सात लाख करोड़ तो उन औद्योगिक घरानों का है जो प्रधानमंत्री के साथ विदेशों में भ्रमण में रहते हैं। जो कुछ बैंकों को लूट कर चले गए वह भी सरकार के मित्रा है।
आरबीआई की विश्वसनीयता व साख पूरी दुनिया में टूट चुकी है। डीजल व पेट्रोल की कीमतों को लेकर पूर्व विदेश मंत्री ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमते गिरी हैं। इससे दुनिया के बाकी देशों में 67 फीसद कीमतें गिरी लेकिन भारत में यह मई 2014 के बाद 110 फीसद बढ़ी है। जनता की जेब से सरकार ने दस लाख करोड़ रुपए उग रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इन चार सालों में आरबीआई, सीबीआई, ईडी जैसे संस्थानों की ही नहीं सुप्रीम कोर्ट की साख भी गिरी है। यह बेहद चिंता की बात है। उन्होंने कहा कि कूटनीति में तो प्रधानमंत्री बिल्कुल विफल रहे है। वह केवल तस्वीरें ही खिंचवाते रहे।
पाकिस्तान के साथ भारत की नीति सबसे ज्यादा विफल रही है। उन्होंने कहा कि 25 दिसंबर 2015 को प्रधानमंत्री अचानक काबुल से पाकिस्तान चले गए। यह यात्रा अचानक नहीं थी पहले से नियोजित थी। क्योंकि जो उपहार खरीदे गए थे वह देश में ही बहुत पहले खरीद लिए गए थे। वह पाकिस्तान की धरती पर उतरे लेकिन उन्हें सलामी नहीं दी गई। आज तक ऐसा कभी नहीं हुआ। छोटे छोटे देशों के नेताओं को भी सलामी दी जाती है। उन्हें तो फौज की टुकड़ी तक ने सलामी नहीं दी। वह वहां व्यक्तिगत यात्रा पर नहीं गए थे। वह प्रधानमंत्री के तौर पर गए थे व उनके जहाज पर तिरंगा लगा था। यह अपमानजनक था।
आनंद शर्मा ने कहा कि 2019 में कांग्रेस व कांग्रेस नीत गठबंधन भाजपा की सत्ता से विदाई कर देगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस यह सुनिश्चित करेगी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सत्ता से बाहर हो जाए। उन्होंने उम्मीद जताई की गठबंधन बनेगा। बिहार में गठबंधन बना था तो भाजपा वहां हार गई। उतरप्रदेश के उपचुनावों में दो ही दल साथ हुए थे ऐसे में भाजपा को वहां भी हार का मुंह देखना पड़ा। 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को किसी भी कीमत पर जीतने नहीं दिया जाएगा।
आनंद शर्मा ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी के भाषणों पर एतराज जताते हुए आनंद शर्मा ने कहा कि वह शालीनता से बात नहीं करते है सभी मर्यादाएं तोड़ दी है। चुनावी भाषणों में ऐतिहासिक झूठ बोले गए। प्रधानमंत्राी लोगो की भावनाएं भड़का गए और सेना को भी नहीं छोड़ा। जनरल करियप्पा व जनरल थम्मैया को लेकर सरेआम झूठ बोला।
उन्होेंने कहा कि प्रधानमंत्री का सच्चाई से झगड़ा रहता है। उन्होेंने दावा किया कि भाजपा कर्नाटक चुनाव में 15 हजार करोड़ रुपए खर्च कर रही है। कांगेस के 42 प्रत्याशियों पर आयकर के छापे डलवाए गए हैं।

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