सदन में प्रभावी चर्चा से बचने के लिये करतें है वीरभद्र अभद्र टिप्पणीयां-धूमल

Created on Tuesday, 29 November 2016 11:20
Written by Shail Samachar

शिमला/शैल। विपक्ष के नेता प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि विधानसभा में चर्चा से बचने के लिए मुख्यमंत्री अभद्र टिप्पणियां करते हैं। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा सांसद अनुराग ठाकुर पर की गई टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि आज तक का इतिहास देखें, हर सत्र से पहले अभद्र टिप्पणियां की जाती है, जिसके कारण भ्रष्टाचार जैसे विकास के ठप्प होने के बारे में और सरकार के हर फ्रंट पर असफलता के बारे में चर्चा नहीं हो। प्रयास किया जाता है कि भावनाओं को भड़काया जाए, माहौल खराब किया जाए, ताकि चर्चा न हो। और शोरगुल में सत्र की औपचारिकता हो जाए। वह शिमला में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि जितनी जिसकी सोच होती है, उतना आदमी बोलता है। लोढा कमेटी व कोर्ट जो भी निर्णय करते हैं क्या इनको बता कर करते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ऐसी टिप्पणी किस आधार पर कर रहे हैं। याद रहे मुख्यमंत्री ने कहा था कि अनुराग ठाकुर की बीसीसीआई से छुट्टी होने वाली है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार का मुद्दा सबसे बड़ा है। साथ ही सरकार की असफलताएं, माफियाराज हैं।
एक सवाल के जवाब में धूमल ने कहा कि भाजपा भौरंज उपचुनाव के लिए तैयार है तथा पार्टी की इसमें जीत होगी। इसके अलावा भाजपा नगर निगम शिमला के चुनावों में भी जीत दर्ज करेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा की चार्जशीट में वह सभी अधिकारी व राजनीतिज्ञ शामिल होंगे जो भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं। चार्जशीट 24 या 25 दिसम्बर को सरकार के चार साल पूरे होने के अवसर पर राज्यपाल को सौंपी जाएगी तथा राष्ट्रपति को राज्यपाल के माध्यम से भेजी जाएगी। उन्होंने कहा कि हाल ही के कुछ वर्षों में दुर्भाग्यवश राजनीति में ब्यानबाजी का स्तर नहीं रहा। लोकतंत्र में आलोचना होती है, लेकिन यह तथ्यात्मक होनी चाहिए।
धूमल ने कहा कि वर्तमान सरकार के समय में अधिकारियों पर दबाव है। इस कारण कुछ अधिकारी बिमार पडे़ हुए हैं। लेकिन कुछ अधिकारियों ने साहस दिखा तथा आत्मस मान व भ्रष्टाचार से समझौता नहीं किया। उन्हें थोड़े समय के लिए अपमान व अनदेखी का सामना करना पड़ा, लेकिन लोगों की नजर में उनका कद बढ़ा है। ऐसे अधिकारियों को भाजपा सत्ता में आने पर सम्मानित करेगी, ताकि हमारी सरकार भी यदि कोई गलत काम करे तो वह उसका भी विरोध कर सके।
धूमल ने कहा कि भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने वाले संस्थानों को महत्व व बल दिया जाएगा। इसी कड़ी में विजीलेंस का पुनर्गठन करेंगे तथा उसे स्वायत्ता देने का प्रयास किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पुराने नोट बदलने का भी एक नया सकैंडल सामने आएगा। केवाईसी के माध्यम से जो नोट बदले हैं, पता चल रहा है कि इसका कार्ड होल्डर को पता नहीं है। इस मामले में कहां-कहां धांधलियां हुई है, वह सभी सरकार के ध्यान में होगी। एक सवाल के जवाब में धूमल ने कहा कि नोटबंदी को लेकर हिमाचल में स्थिति सामान्य है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कांग्रेसी नेताओं ने पहले इसका स्वागत करते हुए इसे भ्रष्टाचार को समाप्त करने वाला कदम कहा तथ अब वह इसका विरोध कर रहे हैं।
एक अन्य सवाल के जवाब में प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि शौचमुक्त राज्य घोषित करने से पहले सच्चाई का पता लगा लेना चाहिए था। उन्होंने कहा कि यह सरकार झूठी घोषणा के लिए जानी जाती है। क्षणिक वाहवाही के लिए प्रदेश की जनता को गुमराह कर रहे थे। केंद्र व विश्व को भी गुमराह किया। इस सारी प्रक्रिया में प्रदेश को बदनाम किया है। हर तरफ लोग कह रहे हैं कि यह झूठा दावा है। सरकार की साख दाव पर लग गई है।
बीबीएमबी मामले पर धूमल ने कहा कि प्रदेश सरकार के अधिकारी अपना पक्ष प्रभावी तरीके से नहीं रख पाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने इस मामले में नालायकी दिखाई है, जो इनकी असफलता का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि यूपीए व हिमाचल सरकार ने इस मामले को लटकाया।