शिमला/शैल। प्रदेश के दवा नियन्त्रक मरवाह के खिलाफ एक एम.सी. जैन लम्बे समय से राज्य सरकार से लेकर प्रधानमंत्री तक को गंभीर शिकायतें भेजते आ रहे हैं। प्रधानमन्त्री कार्यालय से यह शिकायतें मुख्यमंत्री कार्यालय तक आगामी कारवाई के निर्देशों सहित आ चुकी हैं। सूत्रों के मुताबिक मुख्य सचिव कार्यालय से भी यह शिकायतें आगामी कारवाई के लिये आगे भेजी जा चुकी हैं। लेकिन संयोगवश इन शिकायतों पर आज तक कोई कारवाई नहीं हो पायी है।
अब भारत सरकार के ड्रगा कन्ट्रोलर जनरल ने इसका संज्ञान लेते हुए प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य सचिव को कारवाई के लिए सीधे पत्र भेजा है। स्मरणीय है कि एम.सी. जैन ने छः फार्मा कंपनियों को सीधे नाम से इंगित करते हुए 12-08-2020 के अपने पत्र में बहुत ही गंभीर आरोप लगाये हैं। बल्कि एक उद्योग के यहां से वह सामान चोरी होने का आरोप है जिसे शायद एक्साईज विभाग एक छापे में जब्त कर चुका था। कुछ उद्योगों के खिलाफ दूसरे राज्यों में तो कड़ी कारवाई होने की सूचना भी जैन की शिकायत में रही है। लेकिन इस सबके बावजूद राज्य सरकार द्वारा अब तक कोई कारवाई न किया जाना कई सवाल खड़े करता है। इस परिदृश्य में ड्रग कन्ट्रोलर जनरल का यह पत्र महत्वपूर्ण हो जाता है