पूर्व उपमहाधिवक्ता पर भारी पड़ सकती है अभद्रता

Created on Wednesday, 24 April 2019 04:56
Written by Shail Samachar

शिमला/शैल। भाजपा अध्यक्ष सत्तपाल सत्ती द्वारा राहुल गांधी के खिलाफ प्रयोग की गयी अभद्र भाषा का जवाब देते हुए कांग्रेस शासन में रहे उप महाधिवक्ता विनय शर्मा सत्ती से भी दो कदम आगे निकल गये है। उन्होंने सत्ती को जवाब देते हुए यहां तक कह दिया कि जो कोई सत्ती की जीभ काटकर लायेगा उसे वह दस लाख का ईनाम देंगे। विनय के इस ब्यान पर पूरी भाजपा में रोष फैल गया और भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदेश के कई हिस्सों में उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने के ज्ञापन दिये हैं। पुलिस ने इन ज्ञापनों का संज्ञान लेकर कारवाई भी की है। इस बवाल के बाद एक न्यूज चैनल ने विनय शर्मा को एक चर्चा के लिये बुलाया। इस चर्चा में भाजपा की ओर से प्रदेश मीडिया प्रभारी एडवोकेट प्रवीण शर्मा ने भाग लिया। इस चर्चा में सत्ती का प्रसंग उभरा और विनय शर्मा से पूछा गया कि क्या वह अपने वक्तव्य पर अब भी कायम है। इस पर कोई खेद व्यक्त करने की बजाये विनय शर्मा ने न केवल यह कहा कि वह अपने ब्यान पर कायम है बल्कि यह साथ जोड़ दिया कि वह अब दस लाख का ईनाम देंगे। न्यूज चैनल में यह ब्यान रिकार्ड हो गया है।
स्वभाविक है कि इस ब्यान पर हंगामा होना ही था क्योंकि यह एक कांग्रेस नेता ही नही बल्कि पूर्व महाधिवक्ता का ब्यान था। जोकि अधिवक्ता अधिनियम की संहिता से भी बंधे हुए हैं और जानकारों के मुताबिक यह अधिनियम इस तरह के ब्यान की ईजाज़त नही देता है। विनय के इस ब्यान पर प्रवीण शर्मा ने चुनाव आयोग को विधिवत शिकायत भेज दी है। इसी के साथ बार काऊंसिल को भी इसकी शिकायत कर दी गयी है। विनय के ब्यान की पूर्व मुख्यमन्त्री वीरभद्र सिंह ने निंदा की है जिनके कार्यकाल में वह उप महाधिवक्ता थे। लेकिन कांग्रेस के किसी और नेता या पदाधिकारी की इस पर कोई प्रतिक्रिया नही आयी है। 
चुनाव आयोग ने कांग्रेस से पूछा है कि क्या विनय उनके सदस्य हैं या नहीं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस क्या स्टैण्ड लेती है। इसी के साथ यह भी महत्वपूर्ण होगा कि बार काॅऊंसिल इस पर क्या गंभीरता दिखाती है और प्रवीण शर्मा तथा भाजपा इस मामले को कितना और आगे बढ़ाते हैं। लेकिन इस विवादित ब्यान के बाद विनय का सोशल मीडिया में एक फोटो भी चर्चा में आया है जिससे उसकी परेशानी और बढ़ सकती है।