शिमला/शैल। इंडियन ऑयल ने 5,06,428 करोड़ रुपए के कारोबार के साथ (पहली बार 5 लाख करोड़ आंकड़ा पार किया) वित्त वर्ष 2017-18 के लिए कर के बाद 21,346 करोड़ रुपये का अब तक का सबसे अधिक मुनाफ़ा दर्ज किया। यह मुनाफ़ा उच्च रिफाइनरी मार्जिनों, इन्वेंट्री लाभ और परिचालन क्षमता से बढ़ाया गया। वर्ष 2017-18 के दौरान, इंडियन ऑयल ने निर्यात सहित 88.76 मिलियन टन उत्पाद बेचे। हमारी रिफ़ाइनरियों ने 69 मिलियन मीट्रिक टन का थ्रूपुट हासिल किया और पाइपलाइनों के देशव्यापी नेटवर्क ने 85.67 मिलियन मीट्रिक टन का रिकॉर्ड थ्रूपुट दर्ज किया।
पाइपलाइन नेटवर्क अब लगभग 13,400 कि.मी. तक बढ़ गया है जो प्रति वर्ष 94.79 मिलियन मीट्रिक टन (कच्चा तेल और उत्पाद पाइपलाइन) और 9.5 एमएमएससीएमडी (गैस पाइपलाईन) की संचयी थ्रूपुट क्षमता के साथ बढ़ा है।
ब्रांड नाम प्रोपेल के तहत बेचे गए हमारे पेट्रोकेमिकल्स (निर्यात सहित) कारोबार ने 2017-18 में 2.36 मिलियन टन की बिक्री दर्ज की।
अधिकांश शहरों में खतरनाक प्रदूषण की स्थिति का जायज़ा लेते हुए, भारत सरकार ने बीएस-VI ईंधन के रोल-आउट को सक्रिय रूप से लागू करने का फैसला लिया।
इंडियन ऑयल ने अगुआई करते हुए अन्य तेल विपणन कंपनियों के साथ मिलकर 1 अप्रैल, 2018 से तीन चरणीय रोल आउट के माध्यम से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में बीएस-VI ईंधन की शुरुआत की है, इसमें शामिल है मुख्य रिफ़ाइनरी अपग्रेड, आपूर्ति लॉजिस्टिक्स में बदलाव और अन्य संबद्ध परिवर्तन।
संशोधित समय सीमा को पूरा करने के लिए 1 अप्रैल 2019 से दिल्ली और देश के बाकी हिस्सों में 1 अप्रैल, 2020 से बीएस-VI ईंधन शुरू करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
इस साल 2017-18 में इंडियन ऑयल ने एक बार फिर एक और विशाल कल्याण कार्यक्रम, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, समाज के ग़रीब तबके की महिलाओं के ऊर्जा और वित्तीय समावेशन के लिए दुनिया की सबसे बड़ी पहल का नेतृत्व किया। वर्ष 2019 तक ग़रीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों को 8 करोड़ जमा मुक्त एलपीजी कनेक्शन जारी करने के संशोधित लक्ष्य के साथ, कार्यक्रम बहुत कम समय में 4 करोड़ कनेक्शनों के ऐतिहासिक आंकड़े तक पहुंचने वाला है, जिसमें से इंडियन ऑयल द्वारा 1.9 करोड़ से अधिक नए एलपीजी कनेक्शन जारी किए गए।
वर्ष के दौरान सौर शक्ति का उपयोग करते हुए अपने 32% से अधिक खुदरा नेटवर्क के साथ इंडियन ऑयल ने खुदरा नेटवर्क के सौरकरण में उद्योग अग्रणी के रूप में अपनी निर्विवाद स्थिति को मजबूत किया।
वर्ष के दौरान लगभग 2500 खुदरा बिक्री केन्द्रों को सौरकृत किया गया थे, जिससे सौरकृत खुदरा बिक्री केन्द्रों का संचयी आंकड़ा 8,800 पर पहुंच गया।
तेल विपणन कंपनियों ने ईईएसएल के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं, जिससे हम पूरे देश में चुनिंदा खुदरा दुकानों से एलईडी बल्ब, एलईडी टयूबलाइट्स और ऊर्जा कुशल पंखे उपलब्ध कराएंगे।
उपभोक्ता अब हमारे पेट्रोल स्टेशनों से 70 रुपए में उच्च गुणवत्ता वाले 9 वॉट के एलईडी बल्ब, 220 रुपए में 20 वॉट की एलईडी टयूबलाईट और 1200 रुपए में फ़ाइव-स्टार रेटिड सीलिंग फ़ैन खरीद सकता है। यह देश में ऊर्जा के अनुकूलन और कुशल उपयोग द्वारा 10% तक ऊर्जा के आयात पर निर्भरता को कम करने के लिए सरकार के दृष्टिकोण को पूरा करने में मील का पत्थर साबित होगा।
इंडियन ऑयल अपने प्रतिष्ठानों में पारंपरिक लाइटों के स्थान पर एलईडी लाईटों को लगा रहा है। अभी तक 3.11 लाख पारंपरिक लाईटों के स्थान पर एलईडी लाइटें लगा दी गई है। अप्रैल 2017 से फरवरी 2018 के दौरान, 1.68 लाख एलईडी लाइटें लगाई गईं। इंडियन ऑयल ने गुजरात, आंध्र प्रदेश और राजस्थान में 168 मेगावाट की पवन ऊर्जा परियोजनाएं भी शुरू की हैं।
स्वच्छ भारत अभियान के तहत पूरे देश में 6,800 से अधिक स्वच्छता गतिविधियां, जैसे स्वच्छता अभियान, जागरूकता अभियान इत्यादि शुरु किए गए थे। इंडियन ऑयल विभिन्न स्थानों पर 2 जी इथेनॉल पौधों की भी योजना बना रहा है।
इंडियन ऑयल की विभिन्न रिफाइनरियों, टर्मिनलों, डिपो और आवास परिसरों में कुल 560 वर्षा जल संचयन प्रणाली स्थापित की गइ हैं। 950 हेक्टेयर के कुल जल ग्रहण क्षेत्र के साथ, प्रति वर्ष लगभग 3 बिलियन लीटर पानी संचित किया जा रहा है।
2017-18 के दौरान, विभिन्न लोकेशनों और यूनिटों पर 1.15 लाख पेड़ लगाए गए। अपशिष्ट पेपर रीसाईकि्ंलग इंडियन ऑयल द्वारा की गई एक और बड़ी पहल है जिसमें पिछले वर्ष 118 टन से अधिक पेपर रीसाईकल किया गया।
2016-17 में, इंडियनऑयल ने घरेलू हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में नवपरिवर्तनों के लिए अनुकूल पारिस्थितिक तंत्र को पोषित करने के लिए स्टार्ट-अप इंडिया पहल के तहत 30 करोड़ रुपये के परिक्रमी स्टार्टअप फंड की शुरुआत की।
भारत सरकार के कुशल भारत के तहत-राष्ट्रीय कौशल विकास मिशन के अंतर्गत इंडियनऑयल ने भुवनेश्वर में एक कौशल विकास संस्थान (एसडीआई) की स्थापना की है जिसका उद्देश्य 10 वर्षों में लगभग 50,000 युवाओं को प्रशिक्षित करना है।
ओडिशा में उद्योगों के संरचित विकास को बढ़ावा देने के लिए 500 करोड़ रुपये के निवेश के साथ भुवनेश्वर में केमिकल इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में विश्व स्तरीय उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने के लिए इंडियनऑयल ने आईसीटी मुंबई के साथ हाथ मिलाया है। विभिन्न क्षेत्रों में कौशल विकास पहल के एक हिस्से के रूप में, कुल 1505 प्रशिक्षु विभिन्न इंडियनऑयल लोकेशनों से जुड़े हैं।
इंडियन ऑयल 1964 से अपनी यूनिटों/स्थापनाओं के आसपास रहने वाले लोगों के जीवन को ऊपर उठाने के लिए विभिन्न गतिविधियों में लगा हुआ है। पूरे देश में विभिन्न परियोजनाएं चल रही हैं।
जम्मू व कश्मीर, त्रिपुरा और मणिपुर के कुछ हिस्सों में प्रतिकूल कानून एवं व्यवस्था तथा अपने कर्मचारियों और ट्रांसपोर्टरों को गंभीर ख़तरों के बावजूद इसने पेट्रोलियम उत्पादों की लगभग सामान्य आपूर्ति बनाए रखी। इंडियन ऑयल ने जम्मू-कश्मीर में दुनिया के सबसे ऊंचे मोटर वाहन घाटी खारदुंग्ला में एक पर्यटक चिकित्सा सुविधा केंद्र स्थापित किया। यह केंद्र समुद्र तल से 18,380 फीट की ऊंचाई पर स्थित। इंडियनऑयल ने लेह जिला प्रशासन की सहायता से लेह, जम्मू-कश्मीर के निकट गांव नांग में 23 सब्जी भंडारण तहख़ानों (सेलर्स) का निर्माण किया।
इंडियन ऑयल विदुषी एक नई फ्लैगशिप परियोजना है जिसका उद्देश्य जेईई मेन और एडवांस्ड के लिए बालिका छात्राओं को विशेष कोचिंग प्रदान करना है। जून 2018 से नोएडा और भुवनेश्वर में दो केंद्र प्रारंभ किए जाएंगे जिनमें प्रतिवर्ष 60 बालिका छात्राओं को लिया जाएगा।
सामुदायिक पहुंच इंडियनऑयल के ऑपरेटिंग लोकेशनों के व्यापक नेटवर्क ने समुदायों तक पहुंचने के अनूठे अवसर खोले हैं। ‘इंडियनऑयल जल जीवन’ (पूरे गांव की आबादी के लिए पेयजल समाधान) और ‘इंडियनऑयल सूर्य प्रकाश’ (पूरे गांव की सड़क के लिए सौर स्ट्रीट लाइट) कुछ प्रमुख परिचालन सामुदायिक विकास पहले हैं जो इसकी परिचालन लोकेशनों के आसपास स्थित 32 गांवों में लागू की गई हैं।
इंडियनऑयल की खेल-कूद को बढ़ावा देने की नीति ने वर्ष के दौरान समृद्ध लाभांश अर्जित किया, जिसने अपने खेल जगत के सितारों की झोली में पदक और मान्यताओं का एक समृद्ध भंडार देखा। इंडियनऑयल खिलाड़ियों द्वारा बटोरी गई वाहवाही में भारतीय अंडर-19 टीम के कप्तान थे, जिन्होंने फरवरी में न्यूज़ीलैंड में जूनियर विश्व कप जीता था। गोल्ड कोस्ट में राष्ट्रमंडल खेलों-2018 के भारतीय दल ने 11 पदक हासिल किए थे।
इंडियनऑयल की एक मज़बूत खेल नीति है जिसमें यह अपने छात्रवृत्ति कार्यक्रम के माध्यम से उभरते हुए खिलाड़ियों को सहायता प्रदान करता है। वर्तमान में, 20 गेमों/खेलों में 150 छात्रवृत्तियां उभरते हुए 14 से 19 वर्ष तक की आयु के जूनियर खिलाड़ियों को प्रदान की जाती हैं। 3 साल के लिए छात्रवृत्ति राशि के अतिरिक्त, किट आइटम, यात्रा सहायता, आवास इत्यादि की लागत भी इंडियनऑयल द्वारा दी जाती है। इंडियनऑयल ने मुख्य खेलों के तौर पर वालीबाल, बास्केट बॉल, शूटिंग, तीरंदाजी, कुश्ती, कबड्डी और बॉकि्ंसग जैसे खेलों को शामिल करने की योजना बनाई है।