नई दिल्ली।। आम आदमी पार्टी के बागी विधायक विनोद कुमार बिन्नी ने अरविंद केजरीवाल पर जमकर हमला बोला।
आज बिन्नी ने प्रेस कांफ्रेंस में आप की सरकार और अरविंद केजरीवाल को निशाने पर लेते हुए पुराने वादों की याद दिलाई। इन आरोपों का आप की तरफ से दो घंटे बाद जवाब आया।
आप के वरिष्ठ नेता योगेंद्र यादव ने पार्टी की तरफ से कमान संभाली और सफाई दी। इस दौरान उनके साथ संजय सिंह और आशुतोष भी थे।
योगेंद्र ने कहा कि हमें बिन्नी की बात सुनकर बहुत दुख और हैरानी हुई है। हमने सत्ता में आने के 2 हफ्ते के भीतर कई कदम उठाए।
चाहे बात बिजली बिल, 700 लीटर पानी, सीएजी ऑडिट, रैन बसेरे की हालत सुधारने जैसे कई फैसले लिए हैं। हमें बिन्नी की शिकायतों से हैरानी हुई है।
उन्होंने पार्टी के भीतर फोरम में बात उठाने की बजाय मीडिया के सामने अपनी बात रखी।
योगेंद्र ने कहा कि बिन्नी ने 14 तारीख को बैठक में एक भी मुद्दा नहीं उठाया। बिन्नी स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य थे।
बीजेपी की ओर संकेत करते हुए योगेंद्र ने कहा कि ऐसा लगा कि वो किसी और की दी हुई स्पीच पढ़ रहे हैं। उनके सारे मुद्दे वही थे जो हर्षवर्धन ने विधानसभा में उठाए थे। वो बीजेपी का लिखा स्पीच पढ़ रहे थे।
अगर बिन्नी को लगता था कि गलत हो रहा था तो उनको देश को आगाह करना चाहिए था। ऐसा लगता है कि उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल न होने की नाराजगी थी। लोकसभा चुनाव की दावेदारी को स्वीकार न करने की नाराजगी भी लगती है।
योगेंद्र ने कहा कि बिन्नी के ऐसा करने से क्षोभ होना तो स्वाभाविक है। हमारी उम्मीद थी कि वो बातचीत करेंगे। पार्टी के फोरमों में बात उठाते।
पार्टी को इस मामले में अनुशासनात्मक कार्रवाई करनी होगी। यहां अनुशासनहीनता की कोई गुंजाइश नहीं है। इस पर पॉलिटिकल अफेयर कमेटी मिलेगी। बिन्नी ने अनुशासन तोड़ा है। उन्हें शो कॉज नोटिस जारी किया जाएगा और उसके बाद बाकी कार्रवाई की जाएगी।
योगेंद्र ने कहा कि बिन्नी ने जिन पांच लोगों की बात कही वो पांचों पॉलिटिकल अफेयर कमेटी के सदस्य हैं। और संजय सिंह और मनीष सिसोदिया बचपन के दोस्त नहीं हैं।
भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई पर उन्होंने कहाकि आप अपने दिमाग में ये लेकर न चलें कि हम कांग्रेस और बीजेपी के खिलाफ कार्रवाई में पीछे हैं, लेकिन तथ्य जुटाकर करेंगे। हम मैनिफेस्टो में लिखी बातों से पीछे नहीं हट रहे हैं।
वहीं प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद आशुतोष ने टिकट के सवाल पर कहा कि मेरी अंतरात्मा साफ है कि मैं क्या कर रहा हूं।
मैं इतिहास से मिले एक मौके का फायदा उठाना चाहता हूं। मैंने टिकट के लिए कोई बात नहीं की है और अभी चुनाव लड़ने के बारे में भी नहीं सोचा है।