शिमला/शैल। इस समय प्रदेश के विभिन्न रोज़गार कार्यालयों में 8,43,495 लोग बतौर बेरोज़गार पंजीकृत हैं स्मरणीय है कि वीरभद्र सरकार के दौरान जब यह आंकड़ा बारह लाख के करीब रोज़गार कार्यालयों के पंजीकरण के मुताबिक पंहुच गया था। तब इस पर बहुत बड़ा विवाद खड़ा किया था। उस समय सरकार की ओर से यह तर्क दिया गया था कि इस आंकड़े में वह लोग भी शामिल हैं जिनके पास कुछ रोजगार है परन्तु बड़े रोजगार की तलाश में उन्होनें अपना पंजीकरण जारी रखा हुआ है। इस तर्क के बाद रोज़गार कार्यालयों के इस आंकड़े की पुनः जांच की गयी और उसमें उन्ही लोगों को रखा गया जिनके पास कुछ भी रोज़गार नही है।
इस आधार पर आज प्रदेश में 8,43,495 विशुद्ध बेरोज़गार है। जयराम सरकार के आठ माह के कार्याकाल में विभिन्न उद्योगों द्वारा 119 कैंपस साक्षात्कार लिये गये हैं और दो रोज़गार मेले आयोजित किये गये है इन सारे प्रयासों से केवल 3026 लोगों को ही रोज़गार मिल पाया है इस समय सरकारी और प्राईवेट क्षेत्र में जितने भी लोगों को रोज़गार मिला हुआ है यदि उन सबको एक मुश्त हटा दिया जाये और उनके स्थान पर सारी नयी भर्ती कर ली जाये तब भी बेरोज़गारी के इस आंकड़े को पार करने के लिये चार बार इस तरह के प्रयास करने पड़ेंगे जो कि कभी संभव नही होगा। ऐसे में इस बड़ती बेरोज़गारी के लिये सरकार को अपनी नितियों में आमूल परिवर्तन करना होगा।